26 Jan Shayari
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं……,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका, जब तक दिल में जान हैं।
वन्दे मातरम
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है!
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है!
देश भक्तों के बलिदान से स्वतंत्र हुए हैं हम,
कोई पूछे कौन हो तो गर्व से कहेंगे भारतीय हैं हम
कोई पूछे कौन हो तो गर्व से कहेंगे भारतीय हैं हम
वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए
वो जज़्बा जो क़ुर्बान हो जाए वतन के लिए
रखते हैं हम वो होंसले भी…
जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए
वो जज़्बा जो क़ुर्बान हो जाए वतन के लिए
रखते हैं हम वो होंसले भी…
जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है!
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है!
Ye baat hawao ko bataye rakhna,
Roshni hogi chirago ko jalaye rakhna,
Lahu dekar jiski hifazat humne ki,
Aise Tirange ko sada dil me basaye rakhna.
Roshni hogi chirago ko jalaye rakhna,
Lahu dekar jiski hifazat humne ki,
Aise Tirange ko sada dil me basaye rakhna.
उम्मीदों के दामन में जिस आज़ादी को पाया था.!
सलामत रखना उसे इसे बड़ी मुश्किल से पाया था.!!
सलामत रखना उसे इसे बड़ी मुश्किल से पाया था.!!
ना कोई हिंदू ना मुलसमान ना सिख ना ईसाई था.!
वो वीर सिपाही हिन्दुस्तान का आपस में भाई था.!!
वो वीर सिपाही हिन्दुस्तान का आपस में भाई था.!!
क्या जवानी क्या बुढ़ापा सब आज़ादी का दीवाना था.!
हर जिगर में जोश था आँखों का एक खवाब था.!!
हर जिगर में जोश था आँखों का एक खवाब था.!!
बहन ने भाई की कलाई पर बाँध राखी आज़ादी थी माँगी.!
माँ ने दूजी माँ का कर्ज़ चुकाने का वादा लिया था.!!
माँ ने दूजी माँ का कर्ज़ चुकाने का वादा लिया था.!!
अफ़सोस होता है आज वतन की हालत देख कर .!
क्या इसी दिन के खातिर शहीदों ने खून क़ुरबान किया था.!
क्या इसी दिन के खातिर शहीदों ने खून क़ुरबान किया था.!
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